*भ्रष्टाचार की परमकाष्ठा पर पहुंचा ग्राम पंचायत सहसराम। हर जगह निर्माण के नाम पर पैसे निकाले गए हैं परंतु निर्माण कहीं नजर नहीं आता।*
भ्रष्टाचार की सीमाओं को पार करने वाले ग्राम पंचायत सहसराम में सरपंच का काम सरपंच नहीं करता और सचिव का काम सचिव नहीं करता यानि की काम का भी ठेका दे रखा है जिम्मेदारों ने। सुर्खियों बटोरती पंचायत के कारनामों की पूरी पड़ें ख़बर=
*भ्रष्टाचार की परमकाष्ठा पर पहुंचा ग्राम पंचायत सहसराम। हर जगह निर्माण के नाम पर पैसे निकाले गए हैं परंतु निर्माण कहीं नजर नहीं आता।*
श्योपुर जिले की विजयपुर तहसील की ग्राम पंचायत सहसराम की पोल किसी से छुपी नहीं है। चर्चा में रही ग्राम पंचायत सहसराम में निर्माण कार्य के नाम पर लाखों की राशी का आहरण हो चुका है परंतु निर्माण के नाम पर बस जिदर नजर फेंकोगे वहां कीचड़ ही कीचड़ नजर आयेगी। इस गांव का दूसरा नाम परिच्छा (कीचड़) कहा जाय तो कुछ भी गलत नहीं होगा। अब ग्राम पंचायत में सेंकड़ों सरपंच बदले और सचिव आए परंतु आज तक ग्राम पंचायत सहसराम की दिशा और दशा बदल नहीं पाए। सरपंच और सचिव ऐसी फेंट बना लेते हैं कि निर्माण कार्य पर ही निर्माण कार्य दर्शाकर बिलों की खाना पूर्ति कर देते हैं। निर्माण कार्य मात्र कागजों तक ही सिमट कर रह गया है।
*पद की गरिमा की उड़ाते हैं खिल्ली*= ग्राम पंचायत सहसराम में सचिव तो सुरेश धाकड़ है परंतु सचिवगिरी उसका लड़का वीरेंद्र धाकड़ करता है।
ग्राम पंचायत सहसराम में सरपंच रीना यादव है परंतु सरपंची उसका पति नरेश यादव करता है। जो की कानूनी रूप से अपराध के दायरे में आते हैं।
*रोजगार गारंटी योजना के मजदूरों की कमाई खाती हैं मशीनें*
मुख्य मंत्री 100 दिन का रोजगार देने की गारंटी देने वाली सरकार को भी ग्राम पंचायत सहसराम ने पीछे नहीं छोड़ा जिसमें हर मजदूर को ये नारा सिखाया जाता रहा है कि हर हाथ को काम मिलेगा काम का पूरा दाम मिलेगा। ग्राम पंचायत सहसराम में निर्माण कार्य मजदूरों की बजाह मशीनों से कराए जाते हैं जो की पूर्ण रूप से अवैध ही नहीं बल्कि उन गरीब मजदूरों के पेट पर लात मारना है जो मजदूरी कर अपना पेट पालते हैं। सरपंच, सचिव उन मजदूरों के खाते में पैसे डलवा देते हैं जो कभी काम पर ही नहीं जाते बल्कि उनके खाते में पैसे डलवाने के उन्हे 10 परसेंट कमीसन दिया जाता है जिसके बाद सचिव भी खुश और खाता धारक भी खुश जो बिना काम किए कमीसन मिल गया।
*निर्माण कार्य के नाम पर भ्रष्टाचार* =
ग्राम पंचायत सहसराम में निर्माण कार्य के नाम लाखों रुपए की राशि का आहरण हो चुका है परंतु निर्माण के नाम पर चारो तरफ कीचड़ ही कीचड़ नजर आयेगी। सड़कों की बद से बद्तर हालत हो रही है। नालियों की सफ़ाई नहीं होने से सारी गंदगी सड़कों पर बिखरी पड़ी नजर आती है। कीचड़ से लोगों की बेकार हालत है, कभी बच्चे कीचड़ में गिरते हैं तो कभी राहगीर कीचड़ में फिसल जाते हैं वहीं दूसरी ओर रपटा निर्माण में सिंगल दीवाल चला कर लाल मोरम भर दी गई जो घटिया निर्माण कार्य को दर्शाती है।
*सिकायतों का क्या है हाल*=
जानकारी के अनुशार शिकायत कर्ता संदीप पाराशर ने बताया की मैने और मेरे जैसे कई लोगों ने शिकायत की है और 181 पर भी शिकायत दर्ज़ कराई है परंतु सरपंच और सचिव शिकायत का निराकरण ना करते हुए शिकायत को कटाने के लिए दवाब बनाते हैं।