जबरेश्वर सेना के संस्थापक का प्रथम आगमन पर किया स्वागत
जबरेश्वर सेना के संस्थापक का प्रथम आगमन पर किया स्वागत
जबरेश्वर सेना के संस्थापक का प्रथम आगमन पर किया स्वागत
kTG समाचार लखन दास बैरागी देवास मध्य प्रदेश
देवास। जबरेश्वर सेना के संस्थापक राजेंद्र चौधरी का प्रथम बार नगर आगमन हुआ। जिनका भव्य स्वागत किया गया। जनपद पंचायत सदस्य वीरेंद्र चौधरी ने बताया कि श्री चौधरी ने प्रसिद्ध दत्त मंदिर बांगर में दर्शन, पूजन-अर्चन की। मंदिर पुजारी श्री दत्त प्रसाद कुलकर्णी द्वारा दत्त भगवान का प्रतीक चिन्ह भेंट किया गया। जिसके बाद बांगर में सभा स्थल पर बड़ी संख्या में हिंदू संगठन आसपास के 50 गांव के गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। मुख्य अतिथि मंचासीन जबरेश्वर सेना के संस्थापक राजेंद्र चौधरी, विश्व हिंदू परिषद जिलामंत्री संदीप चौबे, दत्त मंदिर मुख्य महंत दत्त प्रसाद कुलकर्णी थे। श्री चौधरी ने भारत माता का पूजन कर कार्यक्रम की शुरुआत की। उन्होंने बताया कि देपालपुर में कुछ विधर्मी द्वारा शिवजी के मंदिर को ध्वस्त कर दिया। वहां पर मूर्ति को भी खंडित किया और नंदी महाराज को उखाड़ दिया। उसी मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा पुन: निर्माण के लिए आप सभी को आमंत्रित करने के लिए आया हूं। लगभग एक लाख से भी अधिक संख्या में शिवभक्त एकत्रित होंगे। आप सभी से निवेदन है कि बड़ी संख्या में आकर वहां पर जो विधर्मी द्वारा कार्य रोका जा रहा है। उसे पूर्ण करने में सहयोग प्रदान करें, विश्व हिंदू परिषद के जिलामंत्री संदीप चौबे ने कहा कि राजेंद्र चौधरी द्वारा देपालपुर में भागीरथ की तरह कार्य किया जा रहा है। एक भागीरथ ने गंगा माता को धरती पर उतारा तू दूसरे भागीरथ शिव मंदिर को पुनर्निर्माण के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं। उनका हम पूरा सहयोग, प्रसाद कुलकर्णी ने कहा कि विधि द्वारा जो मंदिर को ध्वस्त किया जा रहा है। उनके खिलाफ मजबूती से लड़ाई लडऩी होगी, नहीं तो वह दिन दूर नहीं जब हमें अपने मंदिरों के लिए दूसरों के आगे हाथ फैलाना पड़ेगा। अगर आज हम आगे नहीं बढ़ेंगे तो हमें कल हमारे हाथों से मंदिर जाते हुए दिखेंगे और हम ऐसा नहीं होने देंगे। अब हमें मजबूती के साथ में कार्य करना है। वह हिंदुत्व की पराकाष्ठा को साकार करने में एकजुटता से कार्य करना है। इस दौरान कई गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।