मप्र लघु वेतन कर्मचारी संघ का विरोध 22 सूत्रीय मांगों को लेकर विधायक राजे को सौंपा ज्ञापन

अंशकालीन कर्मचारी आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका मिड-डे मील रसोइयां एवं कोटवार साथियों को कलेक्टर दर घोषित करें

मप्र लघु वेतन कर्मचारी संघ का विरोध 22 सूत्रीय मांगों को लेकर विधायक राजे को सौंपा ज्ञापन

       KTG समाचार आरिफ खान देवास मध्यप्रदेश

मप्र लघु वेतन कर्मचारी संघ ने अपने चरणबद्ध आंदोलन के अंतर्गत तीसरे चरण में जिलाध्यक्ष जगदीश तंवर के नेतृत्व में विधायक गायत्री राजे पवार को मुख्यमंत्री एवं मुख्य सचिव के नाम ज्ञापन सौंपा। तंवर ने बताया कि मप्र लघु वेतन कर्मचारी संघ विगत कई वर्षों से अपनी जायज मांगो के लिए आवाज उठाता आ रहा है, लेकिन सिर्फ आश्वासन देकर शांत कर दिया जाता है। संघ की मांग है कि भृत्य का पद नाम परिवर्तन कर कार्यालय सहायक किया जाए। पुरानी पेंशन बहाल करना ग्रेड पे में संशोधन 1300 के स्थान पर 1800 करें।

प्रदेश में कार्यरत 45,000 स्थाई कर्मियों को नियमित स्थापना में लेना तथा चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के सीधी भर्ती पर रोक लगाए। आकस्मिक कार्य भारतीय सेवा के कर्मचारियों को 300 दिन का लीव सिलेंडर का लाभ दिया जाए। 2007 के बाद नियुक्त दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को स्थाई कर्मी का दर्जा दे। आउटसोर्स ठेका प्रथा में जा रही भर्ती को पूर्णतः: समाप्त करें। अंशकालीन कर्मचारी आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका मिड-डे मील रसोइयां एवं कोटवार साथियों को कलेक्टर दर घोषित करें। आउटसोर्स कर्मचारियों को नियमित किया जाए। इस दौरान तृतीय कर्मचारी संघ के कई लोग उपस्थित थे।