जिलाधिकारी की अध्यक्षता में विकास कार्यों एवं 50 लाख से अधिक लागत से निर्माणाधीन परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा बैठक हुई आयोजित।

जिलाधिकारी की अध्यक्षता में विकास कार्यों एवं 50 लाख से अधिक लागत से निर्माणाधीन परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा बैठक हुई आयोजित।

KTG समाचार नरेंद्र कुमार विश्वकर्मा सुल्तानपुर ,उत्तर प्रदेश।

 सुलतानपुर- 02 फरवरी/जिलाधिकारी रवीश गुप्ता की अध्यक्षता में गुरूवार को विकास भवन के प्रेरणा सभागार में विकास कार्यों की समीक्षा बैठक एवं 50 लाख से अधिक लागत से निर्माणाधीन परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा बैठक आयोजित की गयी।

       बैठक में जिलाधिकारी द्वारा नहरों की सिल्ट सफाई, सरकारी विभागों के विद्युत बकाया भुगतान, निवेशमित्र पोर्टल, झटपट पोर्टल, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल, निराश्रित गोंवशों का संरक्षण, परिवार नियोजन, नई सड़कों का निर्माण, राज्यमार्गों की अनुरक्षण, सेतुओं का निर्माण, विद्युत आपूर्ति ग्रामों का ऊर्जीकरण, सौभाग्य योजना, कृषि विभाग, अमृत सरोवर, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना(ग्रामीण/शहरी) सहित आदि विभागों की योजनाओं का गहन समीक्षा कर आवश्यक दिशा निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिये।

       समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी ने उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित किया कि शासन द्वारा संचालित अपने-अपने विभाग की योजनाओं/निर्माण कार्यों के लक्ष्यों को मानक के अनुरूप समय से पूर्ण किये जायें एवं जन कल्याणकारी कार्यक्रमों को पात्र व्यक्तियों तक पहंुचाने में किसी प्रकार की शिथिलता न बरती जाये।  

      जिलाधिकारी द्वारा समीक्षा बैठक में सेतुओं के निर्माण में पिछली समीक्षा बैठक की तुलना में इस बार कोई प्रगति न होने पर अधिशाषी अभियन्ता सेतु निगम से स्पष्टीकरण मांगा गया। अधिशाषी अभियन्ता सेतु निगम द्वारा मैनपावर बढ़ाकर प्रगति लाने की बात कही गयी। किसान सम्मान निधि के तहत जिलाधिकारी द्वारा होने वाले मासिक रजिस्ट्रेशन का औसत कृषि उप निदेशक से उपलब्ध कराने को कहा गया। उन्होंने कहा कि सभी तहसीलों से डाटा लेकर उपलब्ध करायें। जिलाधिकारी द्वारा अधिशाषी अभियन्ता नगर पालिका को निर्देशित किया गया कि मुख्य मार्गों सहित अन्य मार्गों पर घूमने वाले आवारा पशुओं को पकड़कर कहीं दूर कांजी हाउस में बन्द किया जाय तथा ऐसे पशुपालको के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कराकर जुर्माना लगाया जाय। जिलाधिकारी द्वारा मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया गया कि स्वास्थ्य विभाग एवं परिवार नियोजन से सम्बन्धित डाटा को सही करते हुए प्रगति लायें। 

       उन्होंने सम्बन्धित अधिकारी को कौशल विकास मिशन की प्रगति रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी द्वारा 50 लाख से अधिक की निर्माणाधीन परियोजनाओं की प्रगति समीक्षा की गयी। जिलाधिकारी द्वारा सम्बन्धित अधिशाषी अभियन्ता व कार्यदायी संस्थाओं को कार्य में प्रगति लाने तथा निर्माण कार्य गुणवत्ता पूर्ण व ससमय पूर्ण कराने के निर्देश दिये गये।    

      इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अंकुर कौशिक, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ0 डी0के0 त्रिपाठी, डीएफओ राजकुमार त्रिपाठी, उपायुक्त मनरेगा अनवर शेख, उप कृषि निदेशक रामाश्रय यादव, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी दीपिका चतुर्वेदी, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी आशीष कुमार, जिला उद्यान अधिकारी रणविजय सिंह सहित विभिन्न विभागों के जनपद स्तरीय अधिकारी व कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारीगण आदि उपस्थित रहे।