विश्वमांगल्य सभा द्वारा रानी लक्ष्मीबाई की जयंती उत्साह से मनाई गई।
KTG समाचार लखन दास बैरागी देवास मध्य प्रदेश
देवास। मुखर्जी नगर स्थित श्री बालाजी मंदिर में आयोजित कार्यक्रम में महिला और बालिकाओं ने हिस्सा लिया। विश्वमांगल्य सभा के माध्यम से झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की जयंती धूम-धाम से मनाई गई। इस अवसर पर बालिकाओं द्वारा रानी लक्ष्मी बाई की वेषभूषा तथा चरित्र की प्रस्तुति दी गई। मुख्य अतिथि मीनाक्षी डागा ने अपने विचार प्रस्तुत करते हुए कहा कि सनातन ही एक ऐसा धर्म है जो संपूर्ण विश्व के मंगल की कामना करता है। रोज के आरती के बाद हम सभी विश्व का कल्याण का जयघोष करते हैं एवं केवल मानव जाति की ही नहीं अपितु गौ माता की भी जय बोलते हैं। विश्वमांगल्य सभा द्वारा सदाचार, संस्कार और सेवा सिखाई जाती है। उसका अनुसरण करने की बात श्रीमती ज्योति चितले ताई ने भी की। उन्होंने झांसी की रानी लक्ष्मीबाई का आदर्श रखकर स्त्रियों को आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। इस अवसर पर कुमारी अक्षता यादव ने प्रस्तावना की और सुनिता पाटिल ने विश्वमांगल्य सभा की सम्पूर्ण जानकारी देते हुए संस्कार पर बल देने के लिए कहा। इसी कड़ी में आगे देवास नगर संयोजिका सुमति शिरोडकर ने कहा कि नारी को सुशिक्षित होने के साथ-साथ ही सुसंस्कारित होना भावी पीढ़ी के लिए, समाज के लिए तथा देश के लिए अत्यंत आवश्यक है। क्योंकि संस्कारवान बच्चे ही देश को आगे लेकर जा सकते हैं। सुसंस्कारित बच्चों की आज देश को जरूरत है। श्रीमती सुनीता पाटिल ने विश्वमंगल सभा के बाल संस्कार, छात्र सभा तथा सदाचार सभा के बारे में जानकारी दी । इस अवसर पर मुख्य अतिथि मीनाक्षी डागा, ज्योति चितले, श्रीमती कृष्णा शेखावत, डॉ ममता पंवार थी। माधुरी वैद्य, सुमन सोनी, सुनैना जी, बबिता जी आदी महिलाए कार्यक्रम में उपस्थित थी।संचालन खुशबू पंवार ने किया साथ ही कार्यक्रम में बच्चों को पुरस्कार वितरण भी किये गए। कार्यक्रम की जानकारी मीरा ठाकुर जी ने दी।