गलत नक्शा तैयार कराकर हड़प ली किसान की भूमि और कर दिया अवैध कालोनी का निर्माण, आईजी से की शिकायत

गलत नक्शा तैयार कराकर हड़प ली किसान की भूमि और कर दिया अवैध कालोनी का निर्माण, आईजी से की शिकायत

गलत नक्शा तैयार कराकर हड़प ली किसान की भूमि और कर दिया अवैध कालोनी का निर्माण, आईजी से की शिकायत

गलत नक्शा तैयार कराकर हड़प ली किसान की भूमि और कर दिया अवैध कालोनी का निर्माण, आईजी से की शिकायत

KTG समाचार लखन दास बैरागी देवास मध्य प्रदेश


देवास। जहां एक ओर भू माफियाओं के खिलाफ अभियान चल रहा है। वहीं दूसरी ओर अपनी जमीन के लिए किसान परेशान हो रहे है। ऐसा ही एक मामला शहर से लगी हुई भगवती विहार कालोनी का सामने आया है। जिसकी शिकायत पीड़ित व्यक्ति ने पूर्व में एसपी, कलेक्टर एवं संबंधित थाने में आवेदन देकर की थी, लेकिन अब तक कोई कार्यवाही नहीं होने पर पुनः: आईजी उज्जैन से की है।
जानकारी के अनुसार मुक्ति मार्ग, मालीपुरा निवासी भागीरथ माली ने आईजी से की शिकायत में बताया कि पटवारी हल्का नंबर 38, ग्राम मेंढकीचक में सर्वे क्रमांक 562/3 कुल रकबा 0.121 हेक्टेयर है। जहां हो कई वर्षो से उस पर काबिज है। उक्त भूमि के पास लगी भूमिया भगवती डेवलपर्स के पार्टनर दीपेन्द्र भदौरिया तथा कुंदन जोशी ने मेरी भूमि से लगी भूमिया आवासीय कालोनी बनाने के लिए खरीदी थी। भूमियों का सीमांकन शुरू हुआ था तब बता दिया था कि मेरी भूमि आपने नही खरीदी है। मेरी भूमि आपके द्वारा खरीदी गई भूमियों के बीच में आ रही है तो इन दोनों ने मुझे धक्का देकर भगा दिया और कहा कि तेरी भूमि नही है। हमने पूरी भूमिया खरीद ली है। शिकायतकर्ता माली ने बताया कि विगत पांच वर्षो से आवेदन देता आ रहा हूँ कोई सुनवाई नही हो रही है। इसके विपरीत उक्त दोनो व्यक्ति किसी न किसी कारण उक्त भूमि पर कोई भी कानूनी दाव पेंच करके भूमि को हड़प रहे है और भोले-भाले लोगों को भूमिया बेच रहे है। कालोनाइजरों ने मेरी भूमि हड़पने के लिए कानून का गलत फायदा उठाकर आवेदन लगाए थे, लेकिन सभी आवेदन विभिन्न न्यायालयों में निरस्त हो गए। इसके बावजूद मैं लगातार कानूनी लड़ाई लड़ रहा हूँ, परंतु आर्थिक एवं राजनैतिक दबाव के कारण मेरी कोई मदद नही कर रहा है। इन कॉलोनाइजर ने राजस्व विभाग के अधिकारियों से मिलीभगत कर नक्शे में हेरफेर किया। इसके बाद नगर तथा ग्राम निवेश, नगर निगम व अन्य जगहों पर उक्त गलत नक्शा लगाकर गलत आधारों पर अनुमतियां प्राप्त कर ली। दूसरे लोगों को जमीन बेच दी और टीएनसी में फोटोकॉपी नक्शे पर प्राप्त की गई। पीड़ित भागीरथ ने बताया कि कालोनाइजरों ने अधिकारियों मिलकर नक्शे में हेरफेर कर संशोधित नक्शा तैयार करवाया था और मेरी भूमि को हटाकर पारित करवाया था। पूर्व में अपर कलेक्टर ने जो आदेश दिया था उसके बताया है कि नक्शे में हेरफेर किया गया है।
पीडि़त भागीरथ ने आईजी उज्जैन सहित संबंधित जिले के अधिकारियों से मांग की है कि उक्त दोनों कालोनाइजर पर सख्त से सख्त कार्यवाही कर मेरी भूमि को उक्त भूमाफियाओं से मुक्त कराकर मुझे सौंपी जाए। साथ ही मेरी व मेरे परिवार की जानमाल की रक्षा की जाए।