एक से 15 जून तक अभियान चलाकर 3.70 लाख बच्चों को लाभ पहुँचाने का है लक्ष्य ।

सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा (आई.डी.सी.एफ.) की शुरुआत ।

एक से 15 जून तक अभियान चलाकर 3.70 लाख बच्चों को लाभ पहुँचाने का है लक्ष्य ।

KTG समाचार नरेन्द्र कुमार विश्वकर्मा सुल्तानपुर उत्तर प्रदेश।

सुल्तानपुर- 1 जून । बाल्यावस्था में 05 वर्ष से कम आयु के बच्चों में 10 प्रतिशत मृत्यु दस्त के कारण होती है, जो कि भारत में प्रतिवर्ष लगभग 1.2 लाख बच्चों की मृत्यु का कारण बनता है । दस्त के कारण बच्चों में होने वाली कमजोरी और बच्चों की मृत्यु को रोकने के लिए जिले में सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़े का आयोजन किया जा रहा है ।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. धर्मेन्द्र कुमार त्रिपाठी की अध्यक्षता में प्राइमरी स्कूल गभड़िया, नगरीय क्षेत्र में बुधवार को बच्चों और परिजनों को ओ.आर.एस. और जिंक की गोलियों का वितरण कर सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़े का शुभारंभ किया गया । उन्होंने कहा कि दस्त रोग बच्चों में मृत्यु के प्रमुख कारणों में दूसरे स्थान पर है । इसका मुख्य कारण दूषित पेय जल, स्वच्छता एवं शौचालय उपयोग का अभाव तथा 05 वर्ष तक के बच्चों का कुपाषित होना है । दस्त का उपचार ओ.आर.एस. एवं जिंक की गोली मात्र से किया जा सकता है और बच्चों की मृत्यु को रोका जा सकता है । इसके लिए प्रत्येक वर्ष की तरह सघन दस्त रोग नियंत्रण पखवाड़े का आयोजन किया जा रहा है । एक से 15 जून तक चलने वाले इस पखवाड़े में समुदाय में डायरिया या दस्त से बचाव और प्रबंधन पर लोगो को जागरूक किया जायेगा । इसके साथ ही स्वास्थ्य कार्यकर्त्ता घर-घर जा कर ओ.आर.एस. पैकेट पहुचाएंगे और लोगो को दस्त के प्रति जागरूक भी करेंगे ।

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. ए.एन.राय ने बताया कि इस बार जिले के 3.70 लाख से अधिक बच्चों तक ओ.आर.एस. के पैकेट और जिंक टेबलेट पहुँचाने का लक्ष्य है । पखवाड़े के अन्तर्गत लक्षित लाभार्थियों में मुख्यतः ऐसे परिवार जिनमें 05 वर्ष से कम आयु के बच्चे हों, 05 वर्ष तक के समस्त बच्चे जो दस्त से ग्रसित हों, 05 वर्ष तक के कुपोषित बच्चों वाले परिवार, जनपद के ऐसे क्षेत्र जहाँ पूर्व में डायरिया आउटब्रेक हुआ हो एवं बाढ़ से प्रभावित होने वाले क्षेत्र और दूर दराज़ के क्षेत्रों में प्राथमिकता पर ओ.आर.एस. के पैकेट और जिंक की गोलियां पहुंचाई जायेंगी और लोगो को दस्त नियंत्रण और प्रबंधन पर जागरुक किया जायेगा ।

इस अवसर पर अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ लक्ष्मण सिंह, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ ए.एन.राय, उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ लाल जी, सभासद श्री मगरु प्रजापति, जिला कार्यक्रम प्रबंधक संतोष यादव, ईविन यूएनडीपी वैक्सीन कोल्ड चैन मैनेजर संदीप तिवारी, यूनिसेफ डीएमसी महेंद्र कुशवाहा, डब्ल्यूएचओ फील्ड मॉनिटर प्रदीप तिवारी, अर्बन हेल्थ कोऑर्डिनेटर विकास यादव व ए.एन.एम. ममता तिवारी आदि मौजूद रहे।