25 अगस्त से 8 सितम्बर तक मनाया जायेगा 36वा राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़ा
25 अगस्त से 8 सितम्बर तक मनाया जायेगा 36वा राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़ा
Ktg samachar Shekhar Parmar ujjain madhyapradesh
उज्जैन 24 अगस्त। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.महावीर खंडेलवाल ने बताया कि प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी 25 अगस्त से 8 सितम्बर तक 36वा राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़ा मनाया जायेगा। इसका उद्देश्य नेत्रदान के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना और लोगों को नेत्रदान करने के लिये प्रेरित करना है। देश में लाखों लोग कॉर्निया की खराबी के कारण अंधेपन के शिकार हैं, जिसे नेत्रदान से मिले कॉर्निया के प्रत्यारोपण से ठीक किया जा सकता है। कॉर्निया में चोट या किसी बीमारी के कारण क्षति होने पर दृष्टिहीनता को ठीक किया जा सकता है। प्रत्यारोपण में आंख में से क्षतिग्रस्त या खराब कॉर्निया को निकाल दिया जाता है और उसके स्थान पर एक स्वस्थ्य कॉर्निया प्रत्यारोपित कर दिया जाता है। उल्लेखनीय है कि शासन द्वारा राष्ट्रीय दृष्टिहीनता नियंत्रण कार्यक्रम भी चलाया जा रहा है, जिसके अंतर्गत आंखों से जुड़ी सभी बीमारियों का इलाज किया जाता है।
बीमारी के सामान्य लक्षण- सोते समय पलकें खुली रहना, पलकों के बाल अंदर मुड़े रहना, काली पुतली के बीच का भाग सफेद होना (मोतियाबिंद), विटामिन-ए की कमी के कारण पुतली में सफेद दाग, आंखे बहुत अधिक झपकाना, दूर का ठीक ढंग से नहीं पढ़ पाना, आंखे लाल होना, आंखों में दर्द होना, आंखों में पानी आना, आंखों में जलन होना।
मोतियाबिंद- वृद्धजनों में मोतियाबिंद की तकलीफ हो जाती है, जिसका ऑपरेशन करवाने पर नेत्र ज्योति वापस लौट आती है, परन्तु समय पर ऑपरेशन नहीं करवाया जाये तो अंधापन भी हो सकता है। मोतियाबिंद का ऑपरेशन शासकीय अस्पताल में निःशुल्क किया जाता है।
क्रमांक 2600 अनिकेत/जोशी