वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय की नई पहल
वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत पहल की
Ktg समाचार, भवेन्दु त्रिवेदी, सुरत, गुजरात.
वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत बहु-विषयक विषयों को पढ़ाकर सभी संकायों से विषयों को मुक्त करने की पहल की है। सोमवार को विश्वविद्यालय में हुई एकेडमिक काउंसिल की बैठक में बहु-विषयक विषय के साथ-साथ बहु-स्तरीय निकास पर निर्णय लिया गया। इसके लिए सरकार द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत की गई सिफारिशों पर मंथन किया गया। अकादमिक परिषद ने सभी विषयों को संकाय के घेरे से मुक्त करने के प्रयास शुरू कर दिए हैं।व्यवहार्यता का पता लगाया जा रहा है ताकि प्रत्येक संकाय का विषय अपने स्वयं के संकाय के विषय के अलावा किसी अन्य विषय का अध्ययन कर सके। इसके लिए 15 जुलाई को हर फैकल्टी और बोर्ड की बैठक बुलाई गई है। विश्वविद्यालय वर्तमान में लगभग 600 विषयों को पढ़ाता है। इनमें से कौन सा विषय और किस संकाय के अभ्यर्थियों को अन्य संकाय विषयों के रूप में कितने विषय दिए जा सकते हैं, इस पर चर्चा के बाद निर्णय लिया जाएगा।अधूरी पढ़ाई के बाद अक्सर उम्मीदवार पीछे छूट जाते हैं। सैकड़ों उम्मीदवार ऐसे हैं जो बारह पास होने के बाद बाहर हो गए हैं। ये उम्मीदवार स्नातक नहीं कर सके और अधूरी पढ़ाई के कारण कोई डिग्री या प्रमाण पत्र प्राप्त नहीं कर सके। लेकिन अब ऐसे उम्मीदवारों को भी उनकी पढ़ाई के हिसाब से सर्टिफिकेट या डिग्री मिलेगी l विश्वविद्यालय मल्टी लेवल एग्जिट के बारे में भी सोच रहे हैं। जिसमें कक्षा-12 के बाद कॉलेज के प्रथम वर्ष के छात्र को डिप्लोमा, द्वितीय वर्ष के छात्र को एडवांस डिप्लोमा और तृतीय वर्ष के छात्र को डिग्री दी जाएगी। कौन सा विश्वविद्यालय संकाय के स्नातकों को देता है। लेकिन पहले दो साल तक डिप्लोमा देने पर भी ध्यान दिया जा रहा है।