अहमदाबाद में रथयात्रा को लेकर आईबी ने राज्य सरकार को सौंपी रिपोर्ट

सेंट्रल आईबी ने रथयात्रा को लेकर तैयार की रिपोर्ट सेंट्रल आईबी की रिपोर्ट में कहा गया है कि इस बार रथयात्रा और जन्माष्टमी मेले रद्द रहेंगे

अहमदाबाद में रथयात्रा को लेकर आईबी ने राज्य सरकार को सौंपी रिपोर्ट
अहमदाबाद में रथयात्रा को लेकर आईबी ने राज्य सरकार को सौंपी रिपोर्ट

Ktg समाचार, भवेन्दु त्रिवेदी, सुरत, गुजरात.

गुजरात में कोरोनावायरस की दूसरी लहर के नरम होने के साथ, अधिकांश व्यवसाय, व्यवसाय और कार्यालय अब फिर से खुल गए हैं। फिर अहमदाबादियों के मन में एक ही सवाल है कि क्या इस बार रथ यात्रा शुरू होगी या नहीं?भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा को लेकर एक अहम खबर सामने आई है।केंद्रीय आईबी ने रथयात्रा को लेकर एक रिपोर्ट तैयार की है। बीआई की रिपोर्ट के मुताबिक रथयात्रा मंदिर परिसर में होगी l गौरतलब है कि सेंट्रल आईबी ने कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए रथ यात्रा नहीं करने का आग्रह किया है। सेंट्रल आईबी द्वारा तैयार की गई इस रिपोर्ट के आधार पर राज्य सरकार फैसला ले सकती है l आईबी ने अपनी रिपोर्ट में आईएमए के निष्कर्षों का भी हवाला दिया। और कहा है कि जब तक शत-प्रतिशत टीकाकरण नहीं हो जाता, तब तक धार्मिक सभा करना उचित नहीं है। सेंट्रल आईबी की रिपोर्ट में ऐसा दावा किया गया है। पिछले साल जहां रथयात्रा मंदिर परिसर में हुई थी, वहीं इस साल रथयात्रा होगी या नहीं इसे लेकर असमंजस की स्थिति है।इसके बाद आईबी ने रथ यात्रा पर एक रिपोर्ट तैयार कर केंद्र और राज्य सरकार को सौंपते हुए कहा है कि अहमदाबाद समेत सभी रथयात्राओं की योजना रद्द की जाए l इस रिपोर्ट के आधार पर राज्य सरकार 24 जून के बाद घोषणा कर सकती है कि रथ यात्रा की योजना कैसे बनाई जाए l रथयात्रा समेत प्रदेश में आने वाले त्योहारों पर एक रिपोर्ट तैयार की गई है। जिसमें कहा गया है कि अगर रथयात्रा के पारंपरिक मार्ग पर कर्फ्यू बना रहता है तो भी रथयात्रा होने पर भी लोग जमा हो सकते हैं l जिससे मामला बिगड़ सकता है। ताकि कोविड प्रोटोकॉल के तहत मंदिर की परिक्रमा की जा सके। जबकि गुजरात के स्टेट आईबी ने भी रथ यात्रा न करने की प्रारंभिक रिपोर्ट दी थी। तैयार की गई रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि दूसरी लहर के बाद दी गई रियायतों ने लोगों को फिर से लापरवाह बना दिया है और कोविड 19 के नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है l जिसमें धार्मिक स्थलों पर अधिक भीड़ होती है। इसलिए गुजरात में शादियों, जन्मदिन पार्टियों और विभिन्न पार्टियों में तय सीमा से ज्यादा लोग जुट रहे हैं l कुछ दिन पहले मंदिर में गृह मंत्री प्रदीपसिंह जडेजा, मंदिर के ट्रस्टी महेंद्र झा और महंत दिलीपदासजी के बीच बैठक हुई थी. रथयात्रा को लेकर भी अहम चर्चा हुई।भगवान जगन्नाथजी की रथयात्रा के प्रस्थान के संबंध में मंदिर के महंत दिलीपदासजी ने कहा, सभी को लगता है कि जब रथयात्रा शुरू होती है, तो हम निकट भविष्य में भगवान जगन्नाथजी से प्रार्थना करते हैं कि कोरो का संक्रमण कम हो और लोगों का स्वास्थ्य हमेशा स्वस्थ रहे।उल्लेखनीय है कि तंत्र द्वारा इस वर्ष केवल तीन रथों वाले रथयात्रा ट्रक, अखाड़े, भजन मण्डली, भक्तों को निकालने की तैयारी शुरू की जा रही है।पिछले साल भी सरकार ने मंदिर ट्रस्टी बोर्ड को केवल तीन रथों के साथ रथ यात्रा आयोजित करने का प्रस्ताव दिया था, लेकिन रथ यात्रा रद्द नहीं की जा सकी और तीनों रथों को मंदिर परिसर में परिचालित किया गया।रथयात्रा से पहले की सभी रस्मों की योजना बनाई जा रही है। भगवान जगन्नाथजी मंदिर की रथयात्रा यात्रा की योजना को लेकर बैठक हुई।जिसमें जलयात्रा आयोजित करने का निर्णय लिया गया था l बैठक के अंत में यह निर्णय लिया गया कि यदि संभव हो तो यात्रा में गजराज उपस्थित नहीं होंगे। अगर जरूरत हो तो, केवल एक गजराज रखा जाएगा।