डंपिंग हटाने को लेकर किसानों का आंदोलन डंपरों को कचरा डालने से रोका ,शिवसेना का खुला समर्थन

डंपिंग हटाने को लेकर किसानों का आंदोलन डंपरों को कचरा डालने से रोका ,शिवसेना का खुला समर्थन

डंपिंग हटाने को लेकर किसानों का आंदोलन डंपरों को कचरा डालने से रोका ,शिवसेना का खुला समर्थन
डंपिंग हटाने को लेकर किसानों का आंदोलन डंपरों को कचरा डालने से रोका ,शिवसेना का खुला समर्थन

डंपिंग हटाने को लेकर किसानों का आंदोलन डंपरों को कचरा डालने से रोका ,शिवसेना का खुला समर्थन

KTG समाचार उदयभान पांडेय।ठाणे मुंबई

शिवसेना के प्रयास से दिवा डंपिंग ग्राउंड को दिवा से हटाकर भांडरली परिसर में स्थानांतरित करने का प्रस्ताव मनपा ने मंजूर कर लिया है। इस संबंध में भांडरली के जमीन मालिकों से बात चीत हो चुकी है। डंपिंग ग्राउंड में कचरा न डालने को लेकर स्थानीय किसानों तथा निवासियों ने शुक्रवार को जोरदार आंदोलन किया और कचरा से भरे डंपरों को डंपिंग ग्राउंड में जाने से रोक दिया। शहर प्रमुख एवं पूर्व उप महापौर रमाकांत मढ़वी ने इस आंदोलन का समर्थन किया है।
स्थानीय  किसान संदीप बबन भोईर के मार्गदर्शन में शुक्रवार को सैकड़ो की संख्या में स्थानीय नागरिकों ने दिवा डंपिंग ग्राउंड के मुख्य मार्ग पर प्रदर्शन किया और शहर के विभिन्न भागों से कचरा लेकर आने वाले डंपरों को डंपिंग ग्राउंड में कचरा डालने से रोक दिया। उनकी मांग है कि मनपा जल्द से जल्द उनकी जमीन से डंपिंग ग्राउंड को हटाकर उनकी जमीन उन्हें वापस करे। बड़ी संख्या में मौजूद स्थानीय निवासियों का कहना है कि डंपिंग ग्राउंड की वजह से उनका जीना दुश्वार हो गया है। अनेक तरह की विमारियों का सामना करना पड़ रहा है। इस आंदोलन का समर्थन करते हुए पूर्व उप महापौर रमाकांत मढ़वी का कहना है कि दिवा से डंपिंग को हटाने का निर्णय लिया जा चुका है। पालक मंत्री एकनाथ शिंदे तथा सांसद डॉ श्रीकांत शिंदे के मार्गदर्शन में दिवा से डंपिंग ग्राउंड को हटाने का वर्षो से प्रयास किया जा रहा है। यह प्रयास अब सफल हो गया है। विरोधी राजनीतिक दलों के नेताओं द्वारा किए जा रहे विरोध के बावजूद डंपिंग ग्राउंड को दिवा से हटाना शिवसेना का मुख्य लक्ष्य है। जिन किसानों की जमीन डंपिंग ग्राउंड में है,उन्हें अपनी जमीन का सर्वे कराने के लिए कहा गया है।किसानों को उनकी जमीन मिलनी चाहिए। शिवसेना ने डंपिंग ग्राउंड को हटाने को लेकर दर्जनों बार आंदोलन किया है।डंपिंग ग्राउंड के विरोध में किसानों या स्थानीय लोगों द्वारा किए जाने वाले हर आंदोलन का शिवसेना पूर्ण समर्थन करती है।