शदर अस्पताल में शराबी और असमाजिक तत्वों का जमावड़ा

शदर अस्पताल में शराबी और असमाजिक तत्वों का जमावड़ा

Ktg समाचार गुमला

गुमला/झारखण्ड

जिला हेड अजित सोनी

गुमला---झरखण्ड राज्य के गुमला जिला में एक मात्र बहुचर्चित और  जिले का मॉडल अस्पताल है। जहाँ प्रति दिन लगभग दूर दराज से हजारों की संख्या में  मरीज आते है। अस्पताल को जीवन रक्षक मंदिर भी माना जाता है। जहाँ सेकड़ो मरीज जीवन की सलामती की मन्नत को मांगती है। वही दूसरी ओर जीवन रक्षक मंदिर अब शराबियों का अड्डा बन गया है। जहाँ आये दिन शराबियों और असमाजिक तथ्यों की मनमानी देखने को मिला रहा है। फिलहाल अस्पताल प्रसासन रोक थाम की दिशा में  ठोश कदम नही उठा है।

- वही अस्पताल की बात करे तो अस्पतला जीवन रक्षक मंदिर भी कहा जाता है। जिसमे बेहतर कार्य के लिए और बेहतर सेवा के लिए सरकार ने अस्पताल को मॉडल अस्पताल घोषित किया है। उसके साथ अस्पताल को 50 लाख का एवार्ड भी सरकार ने दिया है। लेकिन नसेरियो और असमाजिक तथ्यों का लगातार अस्पताल परिसर व वार्ड में जमघट की यह तस्वीर अस्पताल प्रसासन की लापरवाही और कार्य के प्रति उदासीनता  की पोल खोल रही है।

              -बता दे कि शराबियों और असमाजिक तथ्यों का  मामला आये दिन अस्पताल परिसर में देखने को मिलता  है। कभी अस्पताल परिसर में तो कभी मरीज वार्ड में और  कभी ओपीडी में अस्पताल कर्मचारी और सुरक्षा गार्ड भी है। लेकिन मूक दर्शक बना है। जिससे दूर दराज से आये मरीज को काफी परेशानियों का भी सामना करना पड़ता है।
इधर मीडिया के द्वारा मामले की  जानकारी सिविल सर्जन को दी गयी तो उन्हों ने अनजान बनते हुए दिखे सिविल सर्जन ने मामला को संज्ञान में लिया है। और भरोसा दिलाया है। कि जल्द ही इस दिशा में कार्यवाही करने की बात कही है।

-बहरहाल जो भी हो सरकार ने स्वस्थ विभाग  को कार्य प्रणाली को ठीक करने को लेकर करोड़ो रूपये खर्च करती है। वही दूसरी ओर शराबियों ओर असमाजिक तथ्यों की मनमानी ओर दबंग गई कि तस्वीर  अस्पताल प्रसासन की  मुह चिढ रही है।
सरकार को चाहिए कि ऐसे कर्मी पर कार्यवाही कर जीवन रक्षक मंदिर में  सुविधा बहाल करने की जरूरत है नही तो जनता गोलबंद होकर  आंदोलन करने की बात कही है।