मन्दिरों की जमीन की सुरक्षा करना राजस्व अधिकारियों का मुख्य कार्य सीमांकन एवं अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही करने के निर्देश, कलेक्टर ने समय-सीमा के लम्बित पत्रों की समीक्षा की

मन्दिरों की जमीन की सुरक्षा करना राजस्व अधिकारियों का मुख्य कार्य सीमांकन एवं अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही करने के निर्देश, कलेक्टर ने समय-सीमा के लम्बित पत्रों की समीक्षा की

मन्दिरों की जमीन की सुरक्षा करना राजस्व अधिकारियों का मुख्य कार्य सीमांकन एवं अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही करने के निर्देश, कलेक्टर ने समय-सीमा के लम्बित पत्रों की समीक्षा की

Ktg samachar.ujjain (m.p)

उज्जैन 28 जुलाई। कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने आज लम्बे समय के बाद मेला कार्यालय में समय-सीमा के पत्रों के निराकरण की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान उन्होंने सभी राजस्व अधिकारियों को कहा कि उनका मूलभूत कार्य मन्दिरों की सम्पत्ति की सुरक्षा का है। सभी राजस्व अधिकारी मन्दिरों की जमीन का रिकार्ड व्यवस्थित करें, यदि अतिक्रमण हुआ है तो उसे तुरन्त हटायें एवं सीमांकन आदि का कार्य करें। इस कार्य में ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जायेगी। कलेक्टर ने इसी के साथ जिले में बड़े पैमाने पर पौधारोपण अभियान चलाने के निर्देश दिये। बैठक में निम्नानुसार प्रमुख दिशा-निर्देश दिये गये :-

• शासकीय भवनों के लिये आवश्यक भूमि आवंटन फरवरी-2020 में राज्य शासन द्वारा जारी किये गये भूमि आवंटन नियम के अनुसार किया जाये। पिछड़ा वर्ग के लिये 500 सीटर छात्रावास एवं अजा के छात्रावासों के लिये भूमि आवंटन की कार्यवाही तेज करने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने कहा कि आगामी सात दिन में भूमि आवंटन के लिये सम्बन्धित विभाग राजस्व विभाग को आवेदन प्रस्तुत कर दें।

• जिले में शासकीय भूमियों, शासकीय भवनों, विद्यालय परिसरों एवं अन्य सार्वजनिक भवनों में व्यापक रूप से पौधारोपण का अभियान चलाया जाये। मप्र सड़क विकास निगम सड़कों के किनारे पौधारोपण करे। पौधारोपण के लिये ग्रेसिम सहित अन्य उद्योगों का सहयोग लेकर शासकीय भूमि पर पौधारोपण करवाया जाये।

• कलेक्टर ने देवास-बदनावर राष्ट्रीय राजमार्ग के दोनों ओर शासकीय भूमि का चिन्हांकन करने के निर्देश उज्जैन व बड़नगर एसडीएम को दिये हैं। उक्त भूमि की पहचान कर उसे उद्योग के लिये आरक्षित किया जायेगा।

• कलेक्टर ने सभी जिला अधिकारियों एवं एसडीएम को निर्देशित किया है कि आमजन की शिकायतों का निराकरण वे अपने स्तर पर करें। कलेक्टर के पास शिकायतकर्ता तभी पहुंचना चाहिये, जब समस्या जटिल हो और नीचले स्तर पर निराकरण संभव नहीं हो। सामान्य शिकायतें यदि कलेक्टर तक पहुंचती है तो इससे यह सिद्ध होता है कि विभागीय अधिकारी जनशिकायत नहीं सुन रहे हैं। ऐसी स्थिति बनने पर सम्बन्धित के विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी।

• कलेक्टर ने जिला अस्पताल में लिफ्ट लगाने के लिये टेण्डर आमंत्रित करने के निर्देश यूडीए को दिये हैं। कलेक्टर ने यूडीए के कार्यपालन यंत्री एवं सिविल सर्जन को आज ही संयुक्त विजिट कर लिफ्ट लगाने के लिये तकनीकी बिन्दुओं का परीक्षण करने के लिये कहा है।

• आगामी 7 अगस्त को अन्न उत्सव आयोजित किया जायेगा। इसमें जिले की प्रत्येक उचित मूल्य दुकान पर समारोहपूर्वक 50 से 100 हितग्राहियों को बैग में 10 किलो राशन प्रदान किया जायेगा। सभी हितग्राहियों को उक्त बैग एक बार दिया जायेगा, जिसमें वे हर बार अपना राशन ला सकेंगे। कलेक्टर ने सभी एसडीएम को 7 अगस्त को अन्न उत्सव का आयोजन करने की तैयारी करने के लिये कहा है।

• कलेक्टर ने बैठक में कोविड अनुकंपा के प्रकरणों को विभागीय स्तर से तुरन्त निराकृत करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि यदि बाद में यह पाया गया कि विभाग के पास अनुकंपा नियुक्ति के प्रकरण पेंडिंग हैं, तो सम्बन्धित अधिकारी के विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी।

बैठक में अपर कलेक्टर श्री अवि प्रसाद, नगर निगम आयुक्त श्री क्षितिज सिंघल, जिला पंचायत सीईओ श्री अंकित अस्थाना, जिले के सभी एसडीएम एवं सभी जिला अधिकारी मौजूद थे।