आम बजट 2023-24 मध्यम वर्गीय एवं आधारभूत संरचना को प्राथमिकता देने वाला : डॉ० अवधेश कुमार दुबे, अर्थशास्त्री, कमला नेहरू भौतिक एवं सामाजिक संस्थान, सुल्तानपुर।

आम बजट 2023-24 मध्यम वर्गीय एवं आधारभूत संरचना को प्राथमिकता देने वाला : डॉ० अवधेश कुमार दुबे, अर्थशास्त्री, कमला नेहरू भौतिक एवं सामाजिक संस्थान, सुल्तानपुर।

KTG समाचार नरेंद्र कुमार विश्वकर्मा सुल्तानपुर ,उत्तर प्रदेश।

सुलतानपुर- आज भारत की वित्त मंत्री श्री निर्मला सीतारमण द्वारा प्रस्तुत किया गया बजट मध्यम वर्गीय एवं आधारभूत संरचना को प्राथमिकता देने वाला बजट रहा। वित्त मंत्री ने अनुमान के मुताबिक इसबार इनकम टैक्स स्लैब (Tax Slabs) में बदलाव कर दिया है। नई टैक्स व्यवस्था में में टैक्स छूट की सीमा बढ़ाकर 7 लाख रुपये कर दिया गया है। वहीं पुरानी टैक्स व्यवस्था में टैक्स छूट की सीमा 2.50 लाख से बढ़ाकर 3 लाख कर दिया है। जिससे मध्यम वर्ग को लाभ मिलेगा। नए टैक्स सिस्टम में टैक्स स्लैब 7 से घटाकर 5 किया गया। वित्त मंत्री ने महिलाओं के लिए बड़ी घोषणा की है। उन्होंने कहा कि महिला सम्मान सेविंग पत्र की घोषणा की। इस योजना के तहत दो साल के लिए 2025 तक के लिए निवेश किया जाएगा। इसके तहत महिला, लड़की के लिए दो साल के लिए राशि फिक्स करने की योजना होगी। इसपर फिक्स 7.5 फीसदी ब्याज दर होगी और इसमें पार्शियल राशि निकालने की भी सुविधा होगी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि पीएम कौशल विकास योजना 4.0 को लॉन्च किया जाएगा। इसके तहत 47 लाख युवाओं को 3 साल तक भत्ता दिया जाएगा। युवाओं को ग्लोबल स्तर की ट्रेनिंग दिलवाई जाएगी। केवाईसी की प्रक्रिया आसान की जाएगी। डिजिलॉकर का इस्तेमाल बढ़ाया जाएगा। पहचान पत्र के तौर पर पैन मान्य होगा। एकीकृत फाइलिंग प्रक्रिया को शुरू की जाएगी। ग्रीन ग्रोथ पर भी सरकार का जोर। वित्त मंत्री ने कहा कि पर्यावरण के अनुसार लाइफस्टाइल पर जोर दिया जा रहा है। वित्त मंत्री ने कहा कि 2070 तक भारत इसी रास्ते पर आगे बढ़ेगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सप्तऋषि योजना का जिक्र करते हुए मोदी सरकार की अहम योजना का भी जिक्र किया। इसके तहत -इन्क्लूसिव डिवेलपमेंट- किसानों, महिला, युवा, ओबीसी, एससी, एसटी और दिव्यांगजन और आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों को बढ़ावा दिया जाएगा। वंचितों को वरीयता दी जाएगी। उक्त घोषणाओं के आधार पर कहा जा सकता है कि बजट 2023-24 गरीबी एवं मध्यम वर्ग को खुश करने के साथ-साथ निवेशकों को प्रोत्साहित करने वाला है। जिससे भारत के सभी वर्गो को प्रसंन्न करने का प्रयास किया गया है। इसे विपक्ष चुनावी बजट भी कह सकता है।