पंकज नमुकिया ने "पंखुड़ी मेरे मन की" पुस्तक लिखकर लगाया चौका

पुस्तक, पब्लिकेशन,लेखक,कवि

पंकज नमुकिया ने "पंखुड़ी मेरे मन की" पुस्तक लिखकर लगाया चौका

पंकज नमुकिया ने "पंखुड़ी मेरे मन की" पुस्तक लिखकर लगाया चौका।

उभरते युवा कवि महावीर शर्मा उर्फ पंकज नमुकिया की एक और शानदार प्रस्तुति "पंखुड़ी मेरे मन की" इससे पहले इन्होंने "जिंदगी के पन्नों पर", "हिस्से और किस्से", तथा  "मेरे एहसास" नामक पुस्तकें भी लिखी है। मालपुरा उपखंड के छोटे से गांव नमुकिया के इस युवा कवि ने कम समय में ही कवि जगत में बना ली अपनी पहचान। वर्तमान में ये जयपुर के एक निजी महाविद्यालय में कार्यरत है। गौरतलब है कि महावीर शर्मा राष्ट्रीय कवि संगम टोंक से मालपुरा ईकाई के जिलामंत्री है तथा जयपुर में वर्ल्ड ट्रेंड पोएट्री के संस्थापक हैं और इस मंच के माध्यम से देश भर के युवा कवियों को प्रोत्साहन दे रहे हैं।तथा वरिष्ठ एवं नवोदित कवियों को लेकर साझा संग्रह "जज़्बात" नामक पुस्तक पर कार्य कर रहे हैं।