शिवपुरी: जिला जेल में महिला बंदियों के लिए सिलाई प्रशिक्षण केंद्र की हुई शुरुआत।

मप्र जेल डीजीपी ने किया प्रशिक्षण केंद्र का शुभारंभ।

शिवपुरी: जिला जेल में महिला बंदियों के लिए सिलाई प्रशिक्षण केंद्र की हुई शुरुआत।

KTG समाचार शिवपुरी: 

जिला जेल में महिला बंदियों के लिए सिलाई प्रशिक्षण केंद्र की हुई शुरुआत 

मप्र जेल डीजीपी ने किया प्रशिक्षण केंद्र का शुभारंभ

शिवपुरी, 8 जनवरी 2023/ शिवपुरी की जिला जेल में महिला बंदियों के लिए सिलाई प्रशिक्षण केंद्र की शुरुआत की गई है। इस प्रशिक्षण केंद्र में महिला बंदियों को यहां पर सिलाई कढ़ाई का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस सिलाई कढ़ाई प्रशिक्षण केंद्र का मध्य प्रदेश जेल महानिदेशक अरविंद कुमार ने शुभारंभ किया।

इस मौके पर शिवपुरी कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल, मध्य प्रदेश ग्रामीण आजीविका मिशन के जिला प्रबंधक अरविंद भार्गव महिला एवं बाल विकास विभाग के डीपीओ देवेंद्र सुंदरियाल, जेल अधीक्षक रमेश चंद्र आर्य, जेलर दिलीप सिंह, आरएसटी प्रशिक्षण केंद्र के डीपी शर्मा सहित जेल विभाग के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे। 

इस मौके पर जेल महानिदेशक ने बंदियों से मुलाकात की। जेल डीजीपी अरविंद कुमार ने जिला जेल का निरीक्षण भी किया और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।

36 महिला कैदियों को मिलेगा प्रशिक्षण

शिवपुरी की जिला जेल में इस समय 36 महिला बंदी हैं। इन्हें सिलाई कढ़ाई का प्रशिक्षण दिया जाएगा जिसमें जैकेट बनाने का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। जेल प्रशासन, मध्य प्रदेश ग्रामीण आजीविका मिशन, आरएसटी के सहयोग से यह प्रशिक्षण दिया जाएगा। 

मध्यप्रदेश ग्रामीण आजीविका मिशन के जिला प्रबंधक डॉ अरविंद भार्गव ने बताया कि प्रशिक्षण के लिए महिला मास्टर ट्रेनर महिला बंदियों को प्रशिक्षित करेंगे। कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल की ओर से भी इस प्रशिक्षण केंद्र के लिए सिलाई मशीन उपलब्ध कराई गई हैं। महिला सिलाई प्रशिक्षण केंद्र से पहले जिला जेल में पुरुष बंदियों के लिए भी सिलाई प्रशिक्षण केंद्र पूर्व से चलाया जा रहा है।

महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का उद्देश्य 

जिला जेल में महिला बंदियों के लिए सिलाई प्रशिक्षण केंद्र आरंभ किए जाने के पीछे जिला प्रशासन की मंशा है कि महिलाएं आत्मनिर्भर बन सकें। मध्य प्रदेश के जेल डीजीपी अरविंद कुमार ने इस केंद्र के शुभारंभ मौके पर जिला प्रशासन और जेल प्रशासन की प्रशंसा की और कहा कि इस तरह के कार्य से महिला बंदियों को आत्मनिर्भर बनने में मदद मिल सकेगी।