आसपास सूकरों की आप्राकृतिक मृत्यु होने पर तत्काल सूचना दें, हो सकता है अफ्रीकन स्वाइन फ्लू ।
मृत सूकरों के सेम्पल में अफ्रीकन स्वाइन फीवर की पुष्टि, लोकस्वास्थ्य को नहीं है जोखिम। स्वास्थ विभाग ने की पुष्टि।
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मृत सूकरों के सेम्पल में अफ्रीकन स्वाइन फीवर की पुष्टि, लोकस्वास्थ्य को नहीं है जोखिम
आमजन आसपास सूकरों की आप्राकृतिक मृत्यु होने पर तत्काल सूचना दें
शिवपुरी, 6 जनवरी 2023/ पशुपालन विभाग के उपसंचालक डॉ तमोरी ने बताया कि नगर पालिका शिवपुरी अंतर्गत सूकरों की निरंतर हो रही मृत्यु की जांच के लिये पशुपालन विभाग द्वारा वार्ड कं. 15 में मृत दो सूकरों के सैंपल राज्य पशु रोग अन्वेषण प्रयोगशाला जहांगीराबाद भोपाल भेजे गये, जिनमें जांच उपरांत संयुक्त संचालक राज्य पशु रोग अन्वेषण प्रयोगशाला जहांगीराबाद भोपाल से अफ्रीकन स्वाइन फीवर एएसएफ वायरस की पुष्टि की गई हैं।
जांच में अफ्रीकन स्वाइन फीवर एएसएफ वायरस की पुष्टि हुई है अफ्रीकन स्वाइन फीवर बीमारी सिर्फ सूकरों में ही पाई जाती है। स्वाइन फ्लू बीमारी क्षेत्र में नहीं हैं जो पशुओं से मनुष्यों में फैलने की संभावना रहती है। सूकरों में फैली हुई अफ्रीकन स्वाइन फीवर बीमारी से लोक स्वास्थ्य को कोई जोखिम नही है इसलिए आमजन को घबराने की आवश्यकता नहीं है अपितु अपने आस-पास यदि सूकरों की अप्राकृतिक मृत्यु हो तो तत्काल जिला कंट्रोल रूम के दूरभाष कं.07492-299458 पर सूचना दें।
अफ्रीकन स्वाइन फीवर एएसएफ पालतू एवं जंगली सूकरों की अत्यधिक संक्रामक वायरस बीमारी है, जो गंभीर आर्थिक एवं उत्पादन हानि के लिये जिम्मेदार है। वर्तमान में सूकरों में अफ्रीकन स्वाइन फीवर एएसएफ के लिए कोई इलाज या टीका उपलब्ध नहीं है। इस बीमारी की रोकथाम के लिये भारत शासन के नेशनल एक्शन प्लान अनुसार प्रभावित क्षेत्र की 1 कि.मी. की परिधि को इनफेक्टेड जोन घोषित किया जाता है। साथ ही उपरोक्त इनफेक्टेड जोन के आस-पास की 9 कि.मी. की परिधि को सर्विलांस जोन घोषित किया जाता है। इन्फेक्टेड जोन में सूकरों को मानवीय तरीके से कॉलिंग कर मुआवजा वितरण किया जायेगा। साथ ही रोग नियंत्रण हेतु सूकर आश्रय स्थल, सूकर मांस बिक्रय की दुकानों एवं सूकर परिवहन को प्रतिबंधित किया जाता है।
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