उ० प्र० सरकारी योजना के अंतर्गत युवाओं को तकनीकी रूप से सशक्तिकरण हेतु वितरित किए गए- 298 स्मार्टफोन।

लालजी सिंह महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ० संतोष सिंह द्वारा बालक व बालिकाओं को वितरित किए गए नि:शुल्क स्मार्टफोन।

उ० प्र० सरकारी योजना के अंतर्गत युवाओं को तकनीकी रूप से सशक्तिकरण हेतु वितरित किए गए- 298 स्मार्टफोन।

KTG समाचार नरेंद्र कुमार विश्वकर्मा सुल्तानपुर ,उत्तर प्रदेश।

चांदा-  दिनांक- 26 दिसंबर 2022 को थाना- चांदा क्षेत्र के अंतर्गत कोथरा चौराहे के नजदीक स्थित "लालजी सिंह महाविद्यालय" में प्राचार्य डॉ संतोष सिंह द्वारा वितरित किया गया नि:शुल्क सरकारी स्मार्टफोन जिसमें 98 स्मार्टफोन बालकों को वितरित किया गया अन्य बालिकाओं को वितरित किया गया। 

स्मार्टफोन के वितरण समारोह में विद्यालय के अन्य अध्यापक गण व अन्य सम्मानित सदस्य गण उपस्थित रहे क्रमशः डॉ सुभाष चन्द्र पांडेय, गिरीश मिश्रा, राम अनुज धुरिया, डॉ प्रेमप्रकाश, इंद्रजीत यादव, शिखा दुबे, खशबू दूबे,  प्रधान रवीन्द्र प्रताप सिंह, आदित्य सिंह,  प्रधान यशवंत सिंह, आनन्द प्रकाश, प्रधान नन्दलाल, राम मिलन यादव, हरिकेश यादव आदि। 

वितरण समारोह के दौरान बालक बालिकाओं का स्मार्टफोन प्राप्त के बाद उनका उत्साह देखने योग्य मिला उनमें  खुशी के माहौल के साथ-साथ तकनीकी रूप से सीखने की इच्छा देखी गई। 

 उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा संचालित इस योजना के संदर्भ में महाविद्यालय के प्राचार्य - डॉ० संतोष सिंह का कहना है कि इस योजना के अंतर्गत विद्यालय के बालक व बालिकाओं को तकनीकी रूप से शिक्षा ग्रहण करने में काफी मदद मिलेगी जैसे- इस स्मार्टफोन के माध्यम से बालक व बालिका स्वयं को यूट्यूब के विभिन्न चैनल के माध्यम से अपने आपको जोड़कर ज्यादा से ज्यादा शिक्षित व स्वयं को डिजिटल रूप से शिक्षित बना सकते हैं अर्थात तकनीकी रूप से शिक्षित होने में काफी मदद सिद्ध होंगे। 

प्राचार्य का कहना यह भी है कि- स्मार्टफोन के माध्यम से इंटरनेट द्वारा विभिन्न तरह के भुगतान किए जा सकते हैं जैसे तत्काल  बिजली के बिल का भुगतान किया जा सकता है, डिजिटल रूप से जो भी QR-Code है उन पर भुगतान किया जा सकता है, ऑनलाइन साइबर क्राइम से संबंधित जो भी फ्रॉड होते हैं उनकी सूचना दे सकते हैं, ऑनलाइन ईमेल व F.I.R कर सकते हैं इत्यादि बहुत सी योजनाओं का लाभ इस स्मार्टफोन के माध्यम से लाभ प्राप्त किया जा सकता है तथा सरकार की इस योजना को सफल बनाने हेतु ज्यादा से ज्यादा बच्चों को तकनीकी रूप से शिक्षित करने का प्रयास किया गया है।