जिलाधिकारी द्वारा गोद लिये गये उच्च प्राथमिक विद्यालय दूबेपुर तथा आंगनबाड़ी केन्द्र का किया गया आकस्मिक निरीक्षण।
जिलाधिकारी द्वारा कक्षा-8 के छात्र/छात्राओं को पूर्व में कराये गये अध्ययन का प्रश्न पत्र के माध्यम से ली गयी परीक्षा तथा गोद लिये गये विद्यालय में छात्र/छात्राओं का भविष्य सवांरने हेतु जिलाधिकारी ने स्वयं दो घण्टे तक कराया अध्ययन।
KTG समाचार नरेंद्र कुमार विश्वकर्मा सुल्तानपुर ,उत्तर प्रदेश।
सुलतानपुर - 03 नवम्बर/ जिलाधिकारी रवीश गुप्ता द्वारा गुरूवार को विकास खण्ड दूबेपुर की ग्राम पंचायत दूबेपुर में स्थित गोद लिये हुए उच्च प्राथमिक विद्यालय का आकस्मिक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी द्वारा उपस्थिति पंजिका, क्लास रूम, पठन-पाठन, साफ-सफाई, फर्नीचर, रसोई आदि का जायजा लिया गया। जिलाधिकारी ने स्वयं लगभग दो घण्टे से अधिक क्लासरूम में छात्र/छात्राओं को गणित, ज्यामिति, विज्ञान, सामान्य ज्ञान, का अध्ययन कराया।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी द्वारा बच्चों की उपस्थिति पंजिका का निरीक्षण किया गया। तत्पश्चात जिलाधिकारी द्वारा पूर्व में कराये गये अध्ययन का स्वयं के द्वारा तैयार किये गये प्रश्न पत्र (औचक लघु परीक्षा कुल प्रश्न सं0-10 तथा कुल अंक-100) के माध्यम से बच्चों के ज्ञान, रूचि व समझ का परीक्षण किया गया। जिलाधिकारी द्वारा परीक्षा कक्ष को सहज व खुशनुमा माहौल बनाने हेतु तैयार किये गये प्रश्न-पत्र को बच्चों के साथ जिला सूचना अधिकारी को भी हल करने को कहा। जिला सूचना अधिकारी द्वारा 99 प्रतिशत प्रश्नों के सही जवाब दिये गये। जिलाधिकारी ने छात्र/छात्राओं द्वारा हल किये गये प्रश्न-पत्र का परिणाम बेहतर पाया। उन्होंने छात्र/छात्राओं को सभी प्रश्नों को ब्लैक बोर्ड पर विस्तार पूर्वक हल कर समझाया तथा प्रोत्साहित किया। जिलाधिकारी ने छात्र/छात्राओं को पुनः एक नये प्रश्न-पत्र के साथ आने हेतु आश्वस्त करते हुए मन लगाकर पढ़ने को कहा। उन्होंने विद्यालय की साफ-सफाई को भी देखा तथा नियमित साफ-सफाई कराने के निर्देश दिये।
तत्पश्चात ग्राम पंचायत दूबेपुर में निर्मित आंगनबाड़ी केन्द्र का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान आंगनवाड़ी केन्द्र पर बच्चों का वजन व लम्बाई आदि का मापन कराया गया। आंगनवाड़ी केन्द्र की साफ-सफाई, बच्चों के खेलकूद के सामान आदि के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी द्वारा प्रसन्नता व्यक्त की गयी। जिलाधिकारी द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकत्री को बच्चों के उचित देखभाल हेतु निर्देशित किया गया।