वन विभाग कार्यालय में अनेक पेड़ों की कटाई, प्रशासन मौन

वन विभाग कार्यालय में अनेक पेड़ों की कटाई, प्रशासन मौन

वन विभाग कार्यालय में अनेक पेड़ों की कटाई, प्रशासन मौन
पेड़ों की कटाई प्रशासन की नाक के नीचे
वन विभाग कार्यालय में अनेक पेड़ों की कटाई, प्रशासन मौन

के टी जी समाचार, रामावतार यादव,ब्यूरो चीफ सीकर, राजस्थान
नीमकाथाना। नीमकाथाना के वन विभाग कार्यालय में पेड़ों की कटाई का मामला सामने आ रहा था, जिसके बाद पत्रकार लोग  मौके पर पहुंचे,विभाग के फॉरेस्टर रविंद्र भाटी ने कहा कि सिर्फ मोहल्ले वासियों की शिकायत के आधार पर पेड़ों की डालियों के छटनी हो रही है जिससे पेड़ की डाली किसी मकान पर नहीं गिरे और कोई जान माल का नुकसान नहीं हो ओर पेड़ काटेने की सूचना गलत है।
क्योोंकि अरडू प्रजाति के पेड़ों की ऊंचाई बहुत ज्यादा हो जाने के कारण आंधी तूफान में कार्यालय के पास के घरों में पेड़ पडने की संभावना रहती है जिस पर मोहल्ले वासियों ने लिखित में प्रार्थना पत्र दिया  था । लेकिन जब सरकार पेड़ों को बचाने में लगी हुई है और वन विभाग के अधिकारी भी पेड़ों को काटने में आगे आ गए हैं ।पेड़ों की डालियों की छंगाई की बात की गई लेकिन पत्रकार लोग मौके पर पहुंचे तो जमीन के लेवल से ही पेड़ों को काट दिया गया। इसलिए कोरोना महामारी के चलते पेड़ों की हत्याएं हो रही है ।ऑक्सीजन की कमी चल रही है ।फिर भी प्रकृति के ऊपर पेड़ लगाओ अभियान को भी धूमिल कर दिया गया यह मामला बहुत ही विचारणीय व धूमिल्र है इसलिए वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों से पूछा जाए कि पेड़ों की छंगाई का नाम लेकर जमीन के लेवल से काट दिया गया तो क्या पेड़ फिर बन जाएंगे ऐसा कभी नहीं हो सकता इसलिए बहुत ही गलत व निंदनीय पेड़ों की कटाई हुई है।