बढ़ती महंगाई के विरोध में भा म स ने राष्ट्रव्यापी आवाहन पर सौंपा ज्ञापन

बढ़ती महंगाई के विरोध में भामस ने राष्ट्रव्यापी आह्वान पर सौंपा ज्ञापन

बढ़ती महंगाई के विरोध में भा म स ने राष्ट्रव्यापी आवाहन पर सौंपा ज्ञापन
बढ़ती महंगाई के विरोध में भामसं ने राष्ट्रव्यापी आव्हान पर सौंपा ज्ञापन
देवास। भारतीय मजदूर संघ ने देशभर में बढ़ती महंगाई के विरोध में राष्ट्रव्यापी आव्हान पर कलेक्टर कार्यालय में तहसीलदार निधि वर्मा को प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। जिला मंत्री कमल सिंह चौहान ने बताया कि कोरोना महामारी के प्रकोप के बाद से औद्योगिक गतिविधियों में गिरावट, आर्थिक कार्यकलापों के क्षरण और बढ़ती हुई बेरोजगारी, वेतन कटौती और अब आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोतरी आमजन को बुरी तरह प्रभावित कर रही है। इसकी चपेट में खास तोर पर श्रमिकों/कर्मचारियों पर प्रभाव पढ़ा है। विगत 18 माह से महंगाई दर 6 प्रतिशत की सीमा पार कर चुकी है, जबकि पिछले 5 वर्षों में महंगाई दर 3 से 5 प्रतिशत के बीच ही थी। अंतरराष्ट्रीय मूल्यों में बढ़ोत्तरी के नाम पर देश में खाद्य तेलों की कीमतें बढ़ाया जा रहा है। सरकार को ये अनचाही आयोजित महंगाई पर नियंत्रण करना चाहिए। ज्ञापन का वाचन करते हुए श्री चौहान ने बताया कि उत्पादनकर्ता द्वारा प्रत्येक वस्तु कि लागत मूल्य की घोषणा को अनिवार्य करने का कानून बनाकर इसे लागू किया जाए। आवश्यक वस्तुओं एवं पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में बढ़ोतरी पर सरकार का नियंत्रण हो। पेट्रोलियम पदार्थों के प्रतिदिन कीमत निर्धारण पद्धति को समाप्त किया जाए और पेट्रोलियम पदार्थों को जीएसटी के दायरे में लाया जाए। किसानों को पारिश्रमिक भुगतान द्वारा खाद्य पदार्थों के उत्पादन में बढ़ोत्तरी हेतु कदम उठाया जाए। खाद्य तेलों, दालो एवं अन्य खाद्य पदार्थों में देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए खाद्य पदार्थों के मूल्यों पर नियंत्रण हो, इस हेतु लम्बी अवधि के लिए योजना बनाई जाए। सार्वजनिक क्षेत्रों एवं निजी क्षेत्रों दोनों के श्रमिक/कर्मचारियों के वेतन बढ़ाकर, महंगाई की क्षतिपूर्ति हेतु कदम उठाया जाए। अत्यावश्यक वस्तु अधिनियम की धारा (1) में की गयी उपरोक्त छूट को तुरन्त वापस लिया जाए। आंगनवाड़ी में कार्यरत बहनों को सरकारी कर्मचारी घोषित कर सामाजिक सुरक्षा देकर तथा उचित श्रेणी में शामिल किया जाए। बिजली विभाग का निजीकरण पर रोक लगाई जावें। भामसं की केन्द्रीय कार्यसमिति ने मांग की है कि केन्द्र एवं राज्य सरकारों द्वारा इस मूल्य वृद्धि/महंगाई के खिलाफ शीघ्र ही प्रभावी कार्यवाही की जाए। अन्यथा भारतीय मजदूर संघ द्वारा प्रदेश के सभी जिला मुख्यालय पर आम जनता को साथ लेकर जनजागरण सहित आन्दोलन किया जाएगा। ज्ञापन के दौरान पूर्व प्रदेश महामंत्री एवं श्रमिक शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष एलएन मारू, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विष्णु वर्मा, विभाग प्रमुख अजय उपाध्याय, राज्य बिजली कर्मचारी प्रभारी सुशील कुमार पाण्डे, जिलाध्यक्ष पवन प्रजापति, जिलामंत्री कमल सिंह चौहान, महेन्द्र सिंह परिहार, आंगनवाड़ी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रंजना राणा, लोकेश विजयवर्गीय, रूक्मणि यादव, प्रदेश सदस्य रामभानसिंह, महेन्द्र सिंह राणा, सत्यनारायण संघवी, राजू लोधी, अश्विनी सूर्यवंशी, प्रकाश चौरसिया, भगवान स्वरूप श्रीवास्तव, रानी सिंह, नंदा सिंह, ज्ञानसिंह दरबार, संतोष भावसार, संजय शर्मा, ओमप्रकाश रघुवंशी, गजेन्द्र पड़ाडक़र, प्रवीण उगड़े, घिरा बाबू, जयंत रेटकर, सीताराम बेरवा, नर्मदाप्रसाद मालवीय, नीरज सेंगर, प्रेमनारायण, राजेश पटेल, नीरज प्रजापति सहित बड़ी संख्या में भामसं पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे।