विधि छात्र/ छात्राओं को कानूनी ज्ञान के साथ-साथ व्यवहारिक व भौतिक ज्ञान रखना आवश्यक- अभिषेक सिन्हा।
जिला कारागार में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से विधिक साक्षरता एवं जागरूकता शिविर में मौजूद बंधुओं व विधि छात्रों को दी गई कानून की जानकारी।
KTG समाचार (ब्यूरो चीफ) - नरेंद्र कुमार विश्वकर्मा, जिला- सुल्तानपुर उत्तर प्रदेश।
सुल्तानपुर- अमहट स्थित जिला कारागार में आयोजित विधिक साक्षरता एवं जागरूकता गोष्ठी में मौजूद बंदियों एवं विधि छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव अभिषेक सिन्हा ने कहा कि कानूनी ज्ञान के साथ-साथ व्यावहारिक व भौतिक विज्ञान होना आवश्यक है। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण गरीब असहाय व कमजोर को न्याय दिलाने के लिए कटिबद्ध है । इसी के तहत जेल में निरुद्ध बंदियों को कानून की जानकारी देने के साथ ही उन्हें नि : शुल्क अधिवक्ता उपलब्ध कराता है जिससे उन्हें न्याय मिल सके।
कमला नेहरू महाविद्यालय के विधि संकाय के 2 दर्जन से अधिक छात्र/ छात्राओं ने आज जिला कारागार में निरुद्ध बंदियों से उनके हालचाल जाने। इस दौरान आयोजित शिविर में वह अपर जिला जज/ सचिव अभिषेक सिन्हा से कानून की जानकारी हासिल की। श्री सिन्हा ने अपने संबोधन में कहा कि कानून के जानकारो को गरीब व असहायो की नि:शुल्क मदद करना हम सभी का नैतिक कर्तव्य है । अपने कर्तव्यों के साथ साथ कमजोर व असहाय ओ की मदद करना एक पुनीत कार्य है। राम बरन सिंह महाविद्यालय विभारपुर के प्रबंधक अजय सिंह ने अपने संबोधन में विधि छात्रों से कहा कि वह शिक्षा के क्षेत्र में कानून के प्रति कृतज्ञ हो और आगे बढ़े। भविष्य मे जज बने यही उनकी हार्दिक शुभकामना है। जेल अधीक्षक डॉ उमेश सिंह ने अपने संबोधन में छात्र / छात्राओं से कहा कि वह कानून की जानकारी वाली शिक्षा को अच्छे ढंग से हासिल करेंगे तो उन्हें न्याय दिलाने में दिक्कतें नहीं आएंगी । न्याय दिलाने में वह छात्र-छात्राएं किसी भी रूप में हो सकते हैं कभी जज के रूप में कभी वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में। पैरा लीगल वालंटियर सतीश पांडेय ने अपने संबोधन में कहा कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कमजोर व असहयोग को मदद में सदैव तत्पर है इसके लिए प्रायः जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से जेल में शिविर लगाया जाता है और बंधुओं को लाभ पहुंचाया जा रहा है तथा उन्हें कानून के प्रति जागरूक कर रहा है। इस अवसर पर महाविद्यालय के शिक्षक रत्नेश सिंह डिप्टी जेलर व बंदी मौजूद रहे।