जानिए गुजरात हाईकोर्ट ने मास्क के जुर्माने को कम करने का क्या फैसला लिया है
मास्क नहीं पहनने पर लगने वाले जुर्माने की राशि को कम करने के बारे में हाईकोर्ट ने क्या कहा

Ktg समाचार, भवेन्दु त्रिवेदी, सुरत, गुजरात.
गुजरात में कोरोना की दूसरी लहर पर काबू पा लिया गया है. दूसरी लहर के दौरान मामलों और मौतों की संख्या में भी वृद्धि हुई। लेकिन अब कोरोना का संक्रमण नियंत्रण में है. कोरोना की दूसरी लहर के बाद भी कई लोगों की लापरवाही सामने आती है। शहर के गांव के बाजारों में लोग बिना मास्क पहने घूमते हैं।ऐसे लोगों को तब दंडित किया जाता है और उनसे 1000 रुपये का जुर्माना लगाया जाता है। इसके बाद लोगों ने मांग की कि सरकार द्वारा जुर्माने की राशि कम की जाए। लोगों की मांगों को देखते हुए राज्य सरकार ने इस मामले को हाईकोर्ट में उठाया था।मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने गुजरात में जनता के हित में मास्क नहीं पहनने पर जुर्माने को 1,000 रुपये से घटाकर 500 रुपये करने की मांग करते हुए उच्च न्यायालय का रुख किया था। लेकिन हाईकोर्ट ने राज्य सरकार की दलील के बाद मास्क कम करने से इनकार कर दिया है l हाईकोर्ट ने सरकार को अपनी दलील में कहा कि मौजूदा परिदृश्य में मास्क जुर्माने की राशि को कम करना उचित नहीं है। जब कोरोना की तीसरी लहर आने की आशंका हो तो मास्क का जुर्माना कम नहीं किया जा सकता है। उच्च न्यायालय ने यह भी कहा कि 500 रुपये के जुर्माने पर तभी विचार किया जा सकता है जब राज्य में 50 प्रतिशत लोगों का टीकाकरण हो जाए।हाईकोर्ट ने आगे कहा कि मास्क पर जुर्माना कम करने से लोगों को अनुशासित रहने में मदद मिल सकती है। हाईकोर्ट ने आगे कहा कि मास्क पर जुर्माना कम करने से लोगों को अनुशासित रहने में मदद मिल सकती है। जिससे कोरोना का संक्रमण बढ़ सकता है।अहम बात यह है कि राज्य सरकार की ओर से हाईकोर्ट में दाखिल हलफनामे में यह भी दावा किया गया है कि सरकार ने तीसरी लहर के लिए पहले से योजना बनाई थी l सरकार ने कहा कि कोरोना को इस तरह से मैनेज किया जा रहा है कि हर तरह के जरूरी इंतजामों में कोई कमी न हो l सरकार ने वेंटिलेटर, ऑक्सीजन, बेड और धन्वंतरि रथों की व्यवस्था बढ़ाने की योजना पर भी अदालत का दरवाजा खटखटाया था।खास बात यह है कि पहले मास्क नहीं पहनने और सड़क पर थूकने वालों पर 200 रुपये का जुर्माना लगाया गया था l तब राज्य सरकार ने जुर्माना बढ़ाकर 500 रुपये कर दिया था।हाईकोर्ट के आदेश के बाद जुर्माने की राशि को बढ़ाकर एक हजार रुपये कर दिया गया था। वर्तमान में राज्य में मास्क नहीं पहनने वाले व्यक्ति पर 1,000 रुपये का जुर्माना लगाया जाता है।